Sunday, July 7, 2024
बस्ती मण्डल

महात्मा गांधी और लालबहदुर शास्त्री के विचार आज भी प्रासंगिक : डॉ पूर्णेश नारायण सिंह

बस्ती, महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री के जयंती पर सिद्धार्थ विश्विवद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ पूर्णेश नारायण सिंह आज जारी प्रेस विज्ञप्तियां में कहा कि महात्मा गाँधी जी ने भारत में व्याप्त छुआछूत जैसी बुराइयों के प्रति हमेशा ही आवाज़ उठाई। वे चाहते थे कि भारत में ऐसा समाज बने जिसमें सभी लोगों को बराबरी का दर्जा प्राप्त हो क्योंकि सभी को एक ही ईश्वर ने बनाया है इसीलिए उनमें भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। नारी सशक्तिकरण के लिए वे सदैव प्रयासरत रहे। महात्मा गाँधी पूरी दुनिया के लिए एक आदर्श हैं। उन्हें अपने सादा जीवन और उच्च विचारों की वजह से दुनिया में अहिंसा के पुजारी के रूप में जाना जाता है। गाँधी जी ने अपने संपूर्ण जीवनकाल में अहिंसा और सत्य का मार्ग अपनाया तथा देशवासियों से भी इसी राह पर चलने का आग्रह किया। गाँधी जी ने सभी के लिए तीन आदर्शों को मुख्य बताया- बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो। गाँधी जी के विचार आज भी समाज के लिए प्रेरणादायी और अनुकरणीय हैं।
जीवन एक कठोर साधना है और राष्ट्रभक्ति एक कठिन संकल्प है, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री एक ऐसे ही महान पुरुष थे जो साधना व संकल्प में खरे उतरे। वे एक ऐसे महामानव थे, जिन्होंने अपने उच्च आदर्शों से आने वाली पीढ़ियों को नई प्रेरणा दी। राजनीति के क्षेत्र में शास्त्री जी ने जिन नैतिक मूल्यों की स्थापना की , वे आज भी प्रासंगिक है।शास्त्री जी एक अद्वितीय नेता, कर्मवीर, साहसी, ईमानदार, सादगीप्रिय व्यक्ति थे।