घर तक पहुंचाएंगे आयुष के फायदे का संदेश
बस्तीः आयुष वाहन को डीएम आशुतोष निरंजन ने गुरुवार को हरी झंडी दिखाकर कलक्ट्रेट से रवाना किया। उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसायटी लखनऊ की ओर से भेजे गए दो एलईडी आयुष वाहन एक माह तक जिले में रहकर आयुष के फायदे के बारे में आम जन को बताएंगे। इसका मकसद लोगों को आयुष औषधियों के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करना है।
डीएम श्री निरंजन ने कहा कि आयुष औषधियों के फायदे आम जन तक पहुंचे इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आयुष की आयुर्वेदिक, यूनानी व होम्योपैथी दवाओं के इस्तेमाल में प्रतिकूल प्रभाव का खतरा नहीं होता है।
हर आयु वर्ग के लोग इसका सेवन कर सकते हैं। उन्होंने आयुष विभाग के अधिकारियों से कहा कि वाहन के प्रचार प्रसार कार्य का ऐसा रूट चार्ट बनाएं जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों तक वाहन पहुंचे तथा लोगों को आयुष के बारे में जानकारी हो सके। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. आरएन यादव ने कहा कि जिले में आयुर्वेदिक के 35 अस्पताल संचालित हैं। ज्यादातर अस्पतालों में चिकित्सकों की तैनाती है। जब से आयुष मिशन की ओर से दवाओं की आपूर्ति शुरू हुई है, हर अस्पताल में दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि ऐसे मर्ज जिसका अन्य पैथी में इलाज न हो पा रहा हो, उसमें से ज्यादातर का इलाज आयुर्वेदिक व यूनानी पद्धति में है।
प्रभारी अधिकारी राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय कोर्ट एरिया डॉ. वीके श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना में आयुर्वेदिक काढ़ा बड़े काम का साबित हुआ है। जब कोरोना की कोई दवा व टीका नहीं है, ऐसे में काढ़े के इस्तेमाल से खुद का काफी हद तक बचाव किया जा सकता है। आयुष-64 टैबलेट के सेवन से भी लोगों में इम्युनिटी बढ़ी है और वे कोरोना से काफी हद तक सुरक्षित रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयुष की दवाएं पूरी तरह देसी जड़ी-बूटियों से बनी हैं। इन दवाओं के माध्यम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर हर मर्ज से लड़ने की ताकत शरीर में पैदा की जाती है। डॉ. कल्पना, डॉ. रश्मि सिंह, ओबैदुर नूर खां, आरपी सिंह, एपी त्रिपाठी, आशुतोष पांडेय, सुनील पांडेय, दुर्गेश यादव, राम शंकर, सुरेश कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।