Saturday, May 18, 2024
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देश में हर दिन 84 बलात्कार, महिलाओं के खिलाफ अपराध में यूपी पहले नंबर पर

नई दिल्ली। हाथरस में हुई गैंगरेप और मर्डर की वीभत्स वारदात से पूरा देश हिला हुआ है। घटना के बाद से पूरे देश में आक्रोश है और लोग इंसाफ की मांग कर रहे हैं। इस दौरान राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने अपनी सालाना रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी है। NCRB की रिपोर्ट में देश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध (Crime Against Women) के आंकड़े चौकाने वाले हैं। साल 2019 में हर रोज 84 दुष्कर्म (Rape) के मामले दर्ज हुए हैं। देश में दुष्कर्म के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के मुताबिक 2018 के मुकाबले 2019 में देश में रेप के मामलों में 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साल 2019 में देश में दुष्कर्म के हर रोज 84 मामले दर्ज किए गए। आंकड़ों से मिली जानकारी के मुताबिक 2019 में देश भर में रेप के 32,033 मामले दर्ज किए गए हैं। महिला उत्पीड़न को लेकर दर्ज कुल मामलों में 7 प्रतिशत मामले रेप के हैं। वहीं साल 2028 में देश भर में रेप के 33,356 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2017 में दुष्कर्म की 32,5,59 वारदात हुई थी। वहीं रेप और गैंगरेप के बाद हत्या के 283 मामले दर्ज किए गए। इनमें सबसे ज्यादा 47 महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में 34 मामले हैं।

महिला उत्पीड़न के मामले में 2028 के मुकाबले 2019 में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बता दें कि दलित उत्पीड़न के मामलों में भी 7 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है। वर्ष 2018 में देश भर में महिला उत्पीड़ने के 3,78,236 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2019 में महिला उत्पीड़न की मामलों की संख्या बढ़कर 4,05,861 हो गई। महिला उत्पीड़न से जुड़े सबसे ज्यादा मामले (30.9%) पति या रिश्तेदार द्वारा हिंसा के हैं। दूसरे नंबर पर महिला के साथ मारपीट के मामले (21.8%) हैं। इसके बाद महिलाओं के अपहरण (17.9%) और रेप (7.9%) के मामले हैं। 2019 में प्रति एक लाख महिलाओं पर 62.4 उत्पीड़न के मामले दर्ज किए गए।

कुल संख्या के आधार पर देखा जाए तो महिला अपराधों के मामलों में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है। यूपी में महिला उत्पीड़न के 59,853 मामले दर्ज किए गए हैं जो कि कुल मामलों का 14.7% है। इसके बाद राजस्थान का नंबर है जहां 41,550 मामले सामने आए हैं जबकि 37,144 मामलों के साथ महाराष्ट्र तीसरे नंबर पर है। असम में महिला उत्पीड़न की दर सबसे अधिक 177.8 (प्रति एक लाख आबादी पर), जबकि राजस्थान (110.4) दूसरे और हरियाणा में (108.5) तीसरे नंबर पर है।

बच्चियों के साथ होने वाले अपराधों में भी उत्तर प्रदेश का नंबर पहला है। 2019 में प्रदेश में बच्चियों के साथ होने वाले अपराधों के तहत दर्ज होने वाले पॉक्सो (POCSO) एक्ट के तहत 7,444 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र (6,402) और मध्य प्रदेश (6,053) तीसरे नंबर है। दहेज के मामलों में यूपी 2.2 की दर से (प्रति एक लाख पर) पहले नंबर (2,410) पर है जबकि बिहार (1120) का नंबर दूसरा है। 2019 में देश भर में एसिड अटैक के 150 मामले दर्ज किए गए जिनमें 42 यूपी में जबकि 36 मामले पश्चिम बंगाल में हुए हैं।