Wednesday, April 30, 2025
हेल्थ

परामर्श के साथ जांच व दवा की मिलेगी नि:शुल्क सुविधा

पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान

– महिला अस्पताल सहित सभी सीएचसी पर आज होगा आयोजन

बस्ती। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) का आयोजन शनिवार को होगा। जिला महिला अस्पताल, नगरीय पीएचसी व सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों में कोविड प्रोटोकॉल के तहत इसका आयोजन होगा। आयोजन दिवस पर गर्भवती को परामर्श से लेकर जांच व दवा आदि सब कुछ नि:शुल्क मुहैया कराई जाती है। प्रधानमंत्री के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का उद्देश्य प्रसव के दौरान होने वाली जच्चा व बच्चा की मौत को न्यूनतम किया जाना है। जोखिम वाली एचआरपी गर्भवती को चिन्ह्ति कर उनका सुरक्षित प्रसव हॉयर सेंटर पर कराया जाता है।

सीएमओ डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना के मामले कम होने के साथ ही पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के अन्य कार्यक्रमों में तेजी लाई जा रही है। पीएम सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन किया जा रहा है। मिशन निदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पत्र के क्रम में इस दिवस पर समस्त गर्भवती को एमबीबीएस चिकित्सक/स्त्री रोग विशेषज्ञ की देख-रेख में कम से कम एक गुणवत्तापूर्ण एएनसी (प्रसव पूर्व) जांच की सुविधा से आच्छादित किया जा रहा है। इस दिवस को वृहद रूप में आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा गर्भवती का पंजीकरण कराकर प्रशिक्षित कर्मियों की देख-रेख में उनका सुरक्षित प्रसव कराया जाए।

पीएम सुरक्षित मातृत्व दिवस पर यह होंगी सुविधाएं

– गर्भवती के लिए बनाएं जाएंगे विशेष कोविड टीकाकरण काउंटर

– आरसीएच पंजीकरण के लिए बनाएं जाएंगे विशेष काउंटर, तत्काल होगा पंजीकरण

– लाभार्थी का बैंक में खाता खुलवाने के लिए बनाए जाएंगे विशेष काउंटर

(लाभार्थी को आधार कार्ड, फोटो, निवास प्रमाण पत्र आदि लाना अनिवार्य होगा)

– अभियान दिवस पर ही सभी जांच रिपोर्ट उलब्ध कराने का प्रयास

– जांच उपलब्ध न होने पर हॉयर सेंटर रेफर कर कराई जाएगी जांच

– ग्रुप काउंसिलिंग के माध्यम से परिवार नियोजन व पोषण का मिलेगा परामर्श

– अंतरा के लाभार्थियों को अंतरा इंजेक्शन की मिलेगी सुविधा

6636 गर्भवती ने कराया है पंजीकरण

इस वित्तीय वर्ष में पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत अब तक कुल 6636 गर्भवती ने अपना पंजीकरण कराया है। एसीएमओ आरसीएच डॉ. सीके वर्मा ने बताया कि कोविड के मामले कम होने के बाद अब गर्भवती के अस्पतालों में आकर जांच कराने में तेजी आई है। 82 प्रतिशत गर्भवती दूसरी व तीसरी तिमाही में जांच के लिए आई हैं। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की 662 गर्भवती चिन्ह्ति की जा चुकी हैं। अब तक 6418 की हीमोग्लोबीन, 5834 की एचआईवी जांच, 5387 की हीमोग्लोबीन, 5764 की सिफलिस जांच कराई गई है। 793 गर्भवती की अल्ट्रासाउंड जांच भी कराई गई है। अस्पताल में सभी सुविधाएं नि:शुल्क मिल रही हैं। गर्भवती के लिए यह सभी जांच आवश्यक है।