मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के मध्यम से एल-2हॉस्पिटल का लोकार्पण किया
संतकबीरनगर | जितेन्द्र पाठक | प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में 50 बेड के कोविड-19 एल-2 हास्पिटल का लोकार्पण किया। इस हास्पिटल में कुल 11 वेंटीलेटर तथा 4 एच.एफ.एन.सी. बेड की सुविधा है साथ ही फिजीशियन, एनेस्थीसिटिस तथा अन्य मेडिलक स्टाफ एवं उपकरण की सुविधा 24 घण्टे उपलब्ध रहेगी।
इस अवसर उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हम मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। 24 करोड़ की आबादी वाले हमारे प्रदेश में 1.50 लाख प्रतिदिन टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध है। कोरोना से रिकवरी दर 85.34 प्रतिशत है। पाजिटिविटी रेट 4 प्रतिशत से कम है। कोरोना से मृत्यु दर 1.4 प्रतिशत है। उन्होंने आह्वान किया कि मृत्यु दर एक प्रतिशत से कम तथा रिकवरी दर 90 प्रतिशत करने का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले छः माह में कोविड-19 संक्रमण से उपचार के लिये 1.50 लाख बेड वाले एल-1, एल-2 तथा एल-3 अस्पताल तैयार किये गये हैं। पहले प्रदेश के 36 जिलों में वेंटीलेटर तथा एच.एफ.एन.सी बेड की सुविधा नहीं थी। अब सभी जिलों में यह सुविधा उपलब्ध करा दी गयी है।
उन्होंने अधिकारियों एवं मेडिकल स्टाफ को बधाई दिया कि आज के दिन पूरे प्रदेश में एक करोड़ कोविड-19 के सैम्पल की टेस्टिंग पूरी हुयी है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की जांच कोरोना के खिलाफ अभियान की रीढ़ है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना करने के लिये विपरीत परिस्थितियों ने हमें रणनीति बनाने के लिये प्रेरित किया है। कोरोना के सामने दुनिया के मजबूत देश पस्त हो गये, लेकिन भारत अभी भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मजबूती से खड़ा है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोविड-19 की टेस्टिंग में तेजी लायें। पाजिटिव पाये गये मरीजों के आस-पास हाई तथा लो रिस्क वाले लोगों की कान्टैक्ट ट्रेसिंग 48 घण्टे में करते हुये कोरोना की जांच करायें। जबतक कोई दवा या वैक्सीन नहीं बन जाती है तब तक विशेष सावधानी एवं सतर्कता बरतें।
उन्होंने जन प्रतिनिधियों तथा अधिकारियों का आह्वान किया कि कोरोना के संक्रमण से बचाव करना ही एक मात्र उपाय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नारे �‘‘दो गज की दूरी-मास्क है जरूरी’’ अपनाकर तथा सावधानी बरतकर हम इससे बच सकते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि किसी भी स्तर पर शिथिलता या लापरवाही नहीं बरतना है। प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना से इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध है। सतर्कता और सर्विलांस बढ़ाते हुये हमें प्रत्येक मरीज पर ध्यान देना है तथा उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाना है। विशेष रूप से गम्भीर बीमारियों के रोगी, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने बताया कि जिला अस्पताल में निर्मित चार मंजिला एम.सी.एच. विंग को एल-2 हास्पिटल बनाया गया है। इसी भवन में एल-1 का 150 बेड का हास्पिटल भी संचालित किया जायेगा। पूर्व में सी.एच.सी., सेन्ट थामस एवं अन्य जगहों पर संचालित एल-1 हास्पिटल बन्द कर दिया गया है। इसके अलावा बालूशासन में राजकीय महामाया पालीटेक्निक में 500 बेड का एल-1 हास्पिटल तैयार किया गया है। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे, राकेश सिंह बघेल, सी.एम.ओ. डा0 हरगोविन्दराम, डीप्टी सी.एम.ओ. डा. ए.के. सिन्हा, डा. मोहन झा उपस्थित रहे।
Surya Kant Tripathi and Harsh Tripathi