Monday, July 1, 2024
बस्ती मण्डल

गौरव राजपाल भगोड़ा घोषित, उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल बस्ती के जिलाध्यक्ष के बेटे

बाराबंकी पुलिस ने बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडलबस्ती के जिलाध्यक्ष और आम आदमी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष आनंद राजपाल के बेटे गौरव सिंह राजपाल को भगोड़ा करार देते हुए पोस्टर जारी किया है। बस्ती जिले की कोतवाली और पुरानी बस्ती पुलिस को व्हाट्सएप के जरिए भेजे गए पोस्टर की मदद से खनन माफिया गौरव सिंह राजपाल की गिरफ्तारी में मदद मांगी गई है। साथ ही बाराबंकी पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए जिले में डेरा डाल दिया है। वायरल हुआ यह पोस्टर रविवार को जिले में सुर्खियों में छाया रहा।
बाराबंकी के सीओ सिटी व थाना प्रभारी सतरिख के स्तर से जारी पोस्टर में लिखा गया है कि गौरव सिंह राजपाल पुत्र आनंद सिंह राजपाल निवासी पांडेय बाजार, थाना पुरानी जनपद बस्ती का रहने वाला है। इसके पिता आनन्द राजपाल व्यापार मंडल जिला बस्ती के जिलाध्यक्ष हैं। इनका गांधीनगर भारतीय स्टेट बैंक बस्ती के सामने मेडिकल स्टोर है। आरोपी गौरव सिंह राजपाल खनन माफिया है। इसके विरुद्ध जनपद बाराबंकी में कई आपराधिक अभियोग पंजीकृत हैं। बाराबंकी पुलिस इसकी तलाश में जुटी है। इसके बारे में किसी भी प्रकार की सूचना देने के लिए सीओ सिटी बाराबंकी व थाना प्रभारी सतरिख थाना का सीयूजी नंबर पोस्टर में दर्ज है। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम व पता गोपनीय रखा जाएगा।
इन धाराओं में दर्ज है मुकदमा
मु.अ.सं. 193/ 20 धारा 379/ 411/ 447 भादवि व खान एवं खनिज अधिनियम 1957 की धारा 4/21 व उत्तर प्रदेश उप खनिज परिहार नियमावली 1963 की धारा 3/ 57 और मु.अ.स. 0206/20 धारा 379/ 447 भादवि व उत्तर प्रदेश उप खनिज परिहार नियमावली की धारा 3/ 57 भादवि व खान एवं खनिज अधिनियम 1957 की धारा 4/ 21 में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं आनन्द राजपाल
भगोड़ा खनन माफिया गौरव राजपाल के पिता आनन्द राजपाल आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने ‘आप’ के टिकट पर 2014 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। उन्हें करीब आठ हजार वोट मिले थे। मेडिकल स्टोर संचालित करने वाले आनन्द राजपाल जिले के व्यापारी राजनीति में भी अच्छी-खासी दखल रखते हैं।
बतौर खनन माफिया वांछित बस्ती के गौरव सिंह राजपाल की तलाश के लिए पोस्टर जारी किया गया है। अभी तक वह गिरफ्तार नहीं हुआ है। बाराबंकी से पुलिस टीम उसकी धरपकड़ के लिए बस्ती भेजी गई है।
-रामसूरत सोनकर, सीओ सिटी, बाराबंकी
मेरा बेटा खनन माफिया नहीं है। बाराबंकी में मिट्टी के ठेके से संबंधित कार्य करता रहा। लेकिन अब वहां की पुलिस उसे गलत तरीके से फंसाकर उसे वांछित बता रही है। बेवजह उसे इस मामले में घसीटा जा रहा है।