Friday, July 5, 2024
बस्ती मण्डल

मरीजों के साथ ही खुद की सुरक्षा का भी खयाल रखें नर्सेज – डॉ. मोहन झा

संतकबीरनगर, जितेंद्र पाठक।अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मोहन झा ने कहा कि कोविड हॉस्पिटल में काम करना एक बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। मरीजों के इलाज में नर्सेज की भूमिका भी बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसलिए यह जरुरी है कि नर्सेज मरीजों के साथ ही अपनी सुरक्षा का भी पूरा खयाल रखें। इसके लिए जरुरी है कि वह पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) किट का बेहतर तरीके से इस्तेमाल सीख लें।
यह बातें उन्होने कोविड लेवल टू (एल-टू) हॉस्पिटल के हाल में नर्सेज को प्रशिक्षित करते हुए कहीं। उन्होने कहा कि वेण्टीलेटर और आक्सीजन सप्लाई के बारे में भी बेहतर जानकारी आवश्यक है। कोविड रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) के प्रभारी डॉ. एके सिन्हा ने प्रशिक्षित करते हुए नर्सेज को यह बताया कि उन्हें पीपीई किट किस तरह से पहननी है। शरीर का कोई भी अंग खुला न छोड़े, पीपीई किट को निकालने के साथ ही उसे प्लास्टिक में पैक करने तथा डस्टबिन में डालने का भी प्रशिक्षण दिया गया। उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई के प्रशिक्षकों ने उन्हें विविध जानकारिया दीं और यह बताया कि वे किस तरह से मरीजों को आक्सीजन की पूर्ति करें तथा निरन्तर डैश बोर्ड करें देखते रहें । किस मरीज को किस मात्रा में आक्सीजन की सप्लाई देनी है इसका भी पूरा ख्याल रखें। कोई भी जरुरत पड़ती है तो तुरन्त ही चिकित्सक को बुला लें। मरीजों के साथ मानवीय व्यवहार करें, उनकी हर शिकायत को सुनें और उनका पूरे धैर्य के साथ उत्तर दें। इस दौरान वार्ड के अन्दर की व्यवस्था से भी उन्हें अवगत कराया गया तथा मशीनों का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। नर्स प्रियंका बताती हैं कि उन्हें जो प्रशिक्षण दिया गया है वह बहुत ही आवश्यक था। नर्सेज प्रशिक्षण के दौरान बुनियादी चीजों की जानकारी तो पहले से ही मिली हुई है, लेकिन यह जानकारी अभी नहीं थी। इस जानकारी का हम पूरा उपयोग करेंगे, साथ ही कोविड मरीजों की देखभाल में कोई भी कोताही नहीं की जाएगी।
*सफाईकर्मियों को भी किया गया प्रशिक्षित*
कोविड हॉस्पिटल में काम करने वाले कर्मचारियों के साथ ही सफाईकर्मियों को भी प्रशिक्षित किया गया कि वह किस तरह से काम करें। साथ ही यह भी जानकारी दी गई कि वह संक्रमण से कैसे बचें तथा अस्पताल परिसर को विसंक्रमित कैसे करें। उन्हें पीपीई किट का प्रयोग करते हुए पोछा व झाडू लगाने तथा कूड़े का निस्तारण करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।