Friday, April 19, 2024
हेल्थ

दस्त का असरदार इलाज है ओआरएस व जिंक

– महिला अस्पताल में प्रभारी सीएमओ ने किया उदघाटन

बस्ती। सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम का उदघाटन सोमवार को जिला महिला अस्पताल में प्रभारी सीएमओ डॉ. एफ हुसैन ने किया। दस्त पखवाड़े का आयोजन 15 अगस्त तक किया जाएगा। इस दौरान लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक किया जाएगा।
डॉ. हुसैन ने कहा कि दस्त में ओआरएस व जिंक काफी असरदार साबित होता है। हर साल दस्त से शिशु की एक बड़ी संख्या मौत का शिकार हो जाती है। प्रदेश में हर एक हजार पर होने वाली 47 मौत में 10 प्रतिशत मृत्यु दस्त के कारण हो रही है। देश में लगभग 1.2 लाख बच्चे दस्त से पीड़ित होकर मर जाते हैं। बच्चों की मृत्यु के कारणों में दस्त रोग का कारण दूसरे स्थान पर है। लोगों को जागरूक कर व जिंक की गोली और ओआरएस के सेवन से इन मौतों को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दस्त रोग विकासशील देशों में व्यापक रूप से मौजूद है, इसका मुख्य कारण दूषित पेयजल, स्वच्छता व शौचालय का अभाव तथा पांच वर्ष तक के बच्चों का कुपोषित होना है।
उन्होंने कहा कि डॉयरिया से बचाव व प्रबंधन के संबंध में हर साल सघन दस्त पखवाड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सभी गतिविधियां संचालित की जाएंगी। ओआरएस का पैकेट घरों तक पहुचाने के साथ ही जागरूकता बढ़ाने के लिए इस दौरान प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
एसीएमओ आरसीएच डॉ. सीके वर्मा, सीएमएस जिला महिला अस्पताल डॉ. सुषमा सिन्हा, डॉ. राकेशमणि त्रिपाठी, डीसीपीएम दुर्गेश, डॉ. अजीत कुमार कुशवाहा, राजकुमार प्रजापति, विनयशंकर,

भ्रमण के दौरान इन बिंदुओं पर दिया जाएगा परामर्श
– दस्त के दौरान बच्चे को तरल पदार्थ दिया जाए।
– जिंक का भी उपयोग दस्त के दौरान किया जाए। दस्त बंद हो जाने के बाद भी जिंक की खुराक दो माह से पांच साल तक के बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से 14 दिन तक दें।
– दो से छह माह तक आधी गोली दें।
– सात माह से पांच वर्ष तक एक गोली जिंक की दें। इससे दो से तीन महीने तक डायरिया होने की संभावना कम हो जाती है।
– जिंक और ओआरएस का प्रयोग करने के बाद भी डॉयरिया ठीक न होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बच्चे को ले जाएं।
– बीमारी के दौरान व बीमारी के बाद भी आयु के अनुसार स्तनपान, ऊपरी आहार तथा भोजन जारी रखें।
– पीने के लिए शुद्ध जल का ही प्रयोग करें।
– खाना बनाने से पूर्व व बच्चे का मल साफ करने के बाद साबुन से हाथ धोएं।
– डॉयरिया फैलने से रोकने के लिए शौचालय का प्रयोग करें।

1177654 को खिलाई जाएगी दवा
बस्ती। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान का भी शुभारंभ सोमवार को हुआ। 20 अगस्त से 29 अगस्त तक यह अभियान चलेगा। इस दौरान एक से 19 साल तक के 1177654 बच्चों को कीड़े की दवा एल्बेंडाजोल खुराक के अनुसार खिलाई जाएगी। एसीएमओ डॉ. एफ हुसैन ने कहा कि आशा घर-घर जाकर दवाओं का वितरण करेंगी। खून की कमी, कुपोषण, थकावट एवं बीमारी, कमजोरी से बचाव होगा।