किसानों, नौजवानों के हितों की अनदेखी कर बनायो गये कानून को कांग्रेस किसी कीमत पर बर्दाश्त नही करेंगी-अंकुर वर्मा
बस्तीः केन्द्र सरकार द्वारा पारित किसान बिल के विरोध में निकले कांग्रेसजनों की पुलिस से तीखी झड़प हुई। नाराज कांग्रेसी सड़क पर ही बैठ गये और सरकार के विरोध में नारे लगाने लगे। बाद में एसडीएम सदर ने ज्ञापन लिया और समझाबुझाकर प्रदर्शन खत्म किया। शुक्रवार को प्रदेश नेतृत्व के आवाह्न पर प्रदेश सचिव देवेन्द्र निषाद एवं जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसियों ने कटेश्वरपार्क स्थित पार्टी दफ्तर से कलेक्ट्रेट कूच किया।
अभी वे सड़क पर पहुंचे थी कि एसडीएम भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये और प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास करने लगे। इस दौरान पुलिस से तीखी झड़प लिये। नाराज कांग्रेसी सड़क पर बैठ गये और सरकार विरोधी नारे लगाते हुये किसान बिलों को वापस लेने की मांग करने लगे। प्रदेश सचिव देवेन्द्र निषाद ने कहा कृषि विधेयक किसान हितों पर कुठाराघात है। उन्होने कहा कि मण्डी समितियों को निष्प्रभावी करने तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य को शिथिल करने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा उठाये गये कदम का काग्रेस पुरजोर विरोध करती है।
जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा ने कहा कि किसान बिलों को लेकर विभिन्न दलों द्वारा घोषित भारत बंद का कांग्रेस समर्थन करती है। साथ देश के नीति नियामकों को आगाह करती है कि किसानों, नौजवानों के हितों की अनदेखी कर बनायो गये कानून को कांग्रेस किसी कीमत पर बर्दाश्त नही करेंगी। नियम कानूनों को दरकिनार कर जिस प्रकार बिल पास कराया गया उससे भारतीय लोकतंत्र की आत्मा आहत हुई है। किसान अपने मताधिकार की ताकत से इसका जवाब देंगे। पीसीसी सदस्य प्रेमशंकर द्विवेदी, बाबूराम सिंह, जिला प्रवक्ता मो. रफीक खां सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसियों ने पुलिस के दम पर प्रदर्शन को शांत किये जाने की घोर निंदा की।
इस दौरान आदित्य त्रिपाठी, प्रशांत पाण्डेय, गंगा मिश्रा, संदीप श्रीवास्तव, गुड्डू सोनकर, राहुल चौधरी, शेर मोहम्मद, ज्ञानप्रकाश पाण्डेय, अलीम अख्तर, महेन्द्र श्रीवास्तव, शुभम गौड़, संतोष तिवारी, सत्यप्रकाश पाण्डेय, अनुराग पांडे, रविन्द्र कुमार, मो. सलीम, पवन वर्मा, फैजू भाई, आदर्श पाठक, सूरज भारद्वाज, इन्द्रपाल सिंह, शैलेन्द्र पाण्डेय, अनुज प्रताप सिंह, दिलीप कुमार त्रिपाठी, सर्वेश कुमार शुक्ला, लवकुश गुप्ता आदि मौजूद रहे।