किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाना चाहती है सरकार- जयराम चौधरी
बस्ती । सोमवार को राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी के नेतृत्व में तीन कृषि अध्यादेशों को वापस लिये जाने की मांग को लेकर बस्ती सदर तहसील मुख्यालय पर धरना दिया। धरने के बाद जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को 8 सूत्रीय ज्ञापन देते हुये मांग किया कि किसान विरोधी तीन अध्यादेशों को सरकार तत्काल प्रभाव से वापस ले।
धरने को सम्बोधित करते हुये भाकियू जिलाध्यक्ष जयराम चौधरी ने कहा कि कृषि क्षेत्र में कानून नियंत्रण, मुक्त विपणन, भण्डारण, आयात निर्यात किसान हित में नही है। इसका खामियाजा देश के किसान विश्व व्यापार संगठन के रूप में भुगत रहे हैं।
धरने की अध्यक्षता करते हुये भाकियू मण्डल महासचिव शोभाराम ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लगाया गया कृषि अध्यादेश किसानों को कम्पनियों का गुलाम बना देगा और किसान अपने ही खेत में मजदूर बन जायेगा, सरकार किसान विरोधी इस निर्णय को वापस ले अन्यथा भाकियू आर-पार का संघर्ष करने को बाध्य होगी।
भाकियू के धरने को दीवान चन्द पटेल, रामनवल किसान, डा. आर.पी. चौधरी, पारसनाथ गुप्ता, बंधू चौधरी, शिवमूरत चौधरी, हृदयराम वर्मा, राम प्रताप, शिवशंकर पाण्डेय, त्रिवेनी चौधरी, फूलचंद चौधरी, रामफेर, राधेश्याम गौड़, चन्द्र प्रकाश, लालमन, श्याम नरायन सिंह, हरि प्रसाद, रामचन्दर सिंह, रामफेर, घनश्याम, नाटे चौधरी, रमेश चौधरी आदि ने सम्बोधित किया। मांग किया कि सरकार किसान विरोधी अध्यादेशों को वापस ले।
बस्ती सदर तहसील परिसर में भाकियू के धरने में मुख्य रूप से अभिलाष श्रीवास्तव, दीपनरायन, रामदास, रामनयन, टुनटुन चौधरी, प्रेमचन्द चौधरी, साहेबराम, राम सुरेमन, राममहीपत, राधेश्याम चौधरी, रामतौल किसान, मेवालाल, पण्डा यादव, धु्रवचन्द्र यादव, राम सूरत चौधरी, दीनानाथ, रामजीत, रामनरेश चौधरी, सन्नू पहलवान, राजेन्द्र प्रजापति, सीमा देवी, जलधारी, रीना देवी, जशोदा देवी, पार्वती, चम्मन देवी, शकुन्तला, शीला देवी, जोहरा देवी, रामधीरज पटेल सहित अनेक किसान, मजदूर शामिल रहे।