लीपापोती नहीं, समस्याओं के स्थायी समाधान चाहिए : राज्यमंत्री कमलेश ढांडा
कैथल,| इन्दु/नवीन बंसल (राजनीतिक सम्पादक) महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में कलायत विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों के दृष्टिïगत पंचायत एवं ड्वैलपमेंट विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर वर्तमान समय में चल रही योजनाओं व विकास कार्यों की समीक्षा की तथा भविष्य की योजनाओं व विकास कार्यों की रणनीतियों को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने विकास कार्यों के क्रियांवयन को लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि लीपापोती से काम नहीं चलेगा, बलिक समस्याओं का स्थाई समाधान होना चाहिए। आम जन से जुड़े सभी विकास कार्यांे को प्राथमिकता से पूरा करें। कोताही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
राज्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा ग्रामीण आंचल में शहरों की तर्ज पर विकास कार्य किए जा रहे हैं। चौपालों, सड़कों, गलियों, तालाब, लाइब्रेरी, महिला चौपाल, प्रधानमंत्री आवास योजना, बीपीएल राशन कार्ड, कम्युनिटी हॉल और व्यायामशालाओं आदि के पुनर्निर्माण व नव निर्माण से सम्बंधित कार्यों को गति देकर पूरा करें ताकि आम जन को इसका सीधा लाभ पहुंच सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का मुख्य ध्येय है कि आम जन को सुशासन व्यवस्था मिले। इसके लिए अधिकारियों को ईमानदारी व जिम्मेदारी से कार्य करना होगा। क्षेत्र के जितने भी विधायक या अन्य जन प्रतिनिधि आम जन के कार्यों के लिए जब भी दूरभाष पर सम्पर्क करें तो उसे प्राथमिकता देकर पूरा करवाएं। कार्य क्षेत्र में जाकर चल रहे विकास कार्यों की मॉनिटरिंग करते रहें और जो कार्य पूर्ण हो जाएं, उसकी विस्तृत रिपोर्ट भी देना सुनिश्चित करें। अपनी कार्यशैली को सकारात्मक बनाते हुए जितने भी कार्य चल रहे हैं, उन्हें जल्द पूरा करें। उन्होंने कहा कि सभी गांवों में तालाबों के कारण ऑवर फ्लो की समस्या नहीं होनी चाहिए। भविष्य को देखते हुए प्लान बनाया जाए कि जिन गांवों में इस प्रकार की संभावित समस्या होने का अंदेशा है, वहां पर पूर्व में ही पूरे इंतजाम कर लिए जाएं ताकि लोगों को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो।
राज्यमंत्री ने कलायत नगरपालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगरपालिका भवन निर्माण कार्य को जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि कलायत क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से करोड़ों रुपये की राशि से विकास कार्य किए जा रहे हैं। जो भी कार्य इस समय चल रहे हैं, उन्हें तेज गति से पूरा करना सुनिश्चित करें। कोरोना महामारी के कारण पिछले दिनो कुछ विलंब हुआ है, परंतु अब अधिकारी कार्यों को जल्द पूरा करना सुनिश्चित करें। हरियाणा ग्रामीण विकास योजना के तहत क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए लगभग 8 करोड़ 89 लाख स्वीकृत किए गए थे, जिसमें से लगभग 7 करोड़ 91 लाख रुपये से विभिन्न गलियों, चौपालों, सामुदायिक केंद्रों आदि का निर्माण किया जा चुका है। इसी प्रकार एचआरडीएफ योजना के तहत लगभग 2 करोड़ 90 लाख की राशि में से लगभग 1 करोड़ 97 लाख के विकास कार्य पूरे किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि स्पैशल ड्वैलपमैंट स्कीम के तहत लगभग 2 करोड़ 9 लाख के विकास कार्यों को पूर्ण किया जा चुका है। विधायक आदर्श ग्राम योजना के तहत लगभग 57 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र के कई गांवों के विकास कार्यों के लिए लगभग 1 करोड़ 60 लाख स्वीकृत करवाए गए हैं, जल्द ही सभी जगह विकास कार्य मुकम्मल किए जाएंगे। कलायत शहरी क्षेत्र के वार्डों में लगभग 7 लाख रुपये से विभिन्न पुलियों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए सरकार के पास धन की कमी नहीं है। लोगों के सामुहिक कामों को प्राथमिकता से पूरा करवाया जा रहा है। क्षेत्र की किठाना से गुलियाणा, राजौंद से बीरबांगड़ा, खेड़ी सिम्बलवाली से किछाना, कैलरम से बालू, चौशाला से खरक पांडवा, खेड़ी शेरखां से कलासर, बड़सीकरी से कमालपुर आदि सड़कों को जल्द ही दुरुस्त करवाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी पूरी ईमानदारी व निष्ठïा से काम करें और कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर सिंह कुंडु, एसडीएम संजय कुमार, तुषार ढांडा, विकास एवं पंचायत अधिकारी जसविंद्र सिंह, बीडीपीओ रोजी, फूल सिंह, कार्यकारी अभियंता केके बाटला, वरुण, वीपी नैन, राजेश जोशी, आशा मुआल सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे