Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

अल्ट्रासाउण्ड सेंटर की जांच के लिए डीएम को सौंपा पत्र

बस्ती। एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए एक प्रतिष्ठित अल्ट्रासाण्ड सेन्टर की जांच कराये जाने की मांग किया है। आरोप लगाया है कि उक्त सेन्टर पर उसने अल्ट्रासाउण्ड कराया जहां से उसे दो बार गलत रिपोर्ट दिया गया। जिससे उसके पेट में बनी पथरी का समय से उपचार न हो पाने के कारण जान जाने की नौबत आ गयी थी।
वाल्टरगंज थानाक्षेत्र के श्रीपालपुर निवासी राम बहादुर चैधरी ने पेट में दर्द की शिकायत होने पर डाक्टरो से सलाह से जिला अस्पताल स्थित ओझा डायग्नोस्टिक सेन्टर पेट का अल्ट्रासाउण्ड कराया था। जिसपर सेन्टर द्वारा पथरी न होने की बात कही गयी। दर्द ठीक न होने पर जब अन्य सेन्टर से अल्ट्रासाउण्ड कराया तो 25 एमएम की पथरी होने की पुष्टि हुई और चिकित्सको द्वारा हायर ट्रीटमेन्ट सेन्टर जाकर इलाज कराने की सलाह दी गयी। गलत रिपोर्ट मिलने से जहां इलाज में बिलम्ब हुआ तो वही आॅपरेशन में राम बहादुर जान की भी आफत आयी और लाखो खर्च करके उसने लखनऊ स्थित अपना इलाज कराया। इस सम्बन्ध में पीड़ित ने सीएमओ को ओझा डायग्नोस्टिक सेन्टर को लीगल नोटिस भेजने के साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारी बस्ती को उक्त सेन्टर की जांच कराने के लिए मुख्यमंत्री पोर्टल शिकायत दर्ज करायी तथा रजिस्ट्रर्ड डाक द्वारा पत्र भी भेजा। शिकायत निस्तारण के निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी आरोपी सेन्टर संचालक पर संबंधित अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही की गयी। जिससे क्षुब्ध होकर पीडित़ रामबहादुर ने जिलाधिकारी को पत्र देते हुए टीम गठित कर ओझा डायग्नोस्टिक सेन्टर की जांच कराये जाने की मांग किया है।
इन्सेटःः
सेन्टर को बचाने में खेला जा रहा विभागीय खेल
बस्ती। इस सम्बन्ध में पीसीपीएनडीटी प्रभारी व उप मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. सीएल कन्नौजिया का कहना है कि मामला गम्भीर है। अभी तक उनके पास शिकायत नही पहंुची है। शिकायती पत्र मिलते ही सेन्टर की जांच करायी जायेगी और दोषी पाये जाने पर उनपर कार्यवाही भी सुनिश्चित होगी। वही कार्यालय में तैनात लिपिक शरद ने बताया कि सीएम पोर्टल से शिकायत प्राप्त हुई थी जो पीसीपीएनडीटी प्रभारी को जांच हेतु मार्क किया जा चुका है। जिससे जाहिर होता है कि कहीं न कहीं उक्त सेन्टर को बचाने के लिए विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भी संलिप्तता शामिल है।